रुद्रप्रयाग। रानीगढ़ पट्टी की ग्राम सभा कोट के सिंगलास देवता मिश्रित वन में बाबा केदारनाथ दास सेवा मंडल अगस्त्यमुनि के 15 सदस्यीय टीम ने महिलाओं के साथ मिलकर धार्मिक पौधों का रोपण किया, जिसमें रुद्राक्ष, सफेद व लाल चंदन, ढाक, कनक व चंपा आदि पौधों का रोपण किया गया।
कार्यक्रम में उत्तराखंड जल विद्युत निगम के प्रबंध निदेशक कृष्णा बिष्ट ने सिंगलास देवता वन में महिलाओं की ओर से किये जा रहे जल संरक्षण मॉडल की सराहना की तथा सिंगलास देवता मिश्रित वन का अवलोकन किया। केदारनाथ सेवा मंडल के अध्यक्ष हिमालयी बाबा चन्द्र सिंह नेगी ने महिलाओं को दस देवदार के वृक्ष भेंट किए तथा महिलाओं का सम्मान भी किया। कार्यक्रम में उपस्थित ग्राम प्रधान सुमन देवी ने बताया कि महिलाएं विगत दो माह से जल संरक्ष्णा का कार्य कर रही हैं, जिसमें लगातार उनको सफलता प्राप्त हो रही है। जल संरक्षण के साथ पौधों का रोपण भी किया जा रहा है, जो उनकी ग्राम सभा के लिए गर्व की बात है। पर्यावरण विशेषज्ञ देवराघवेन्द्र बदी ने दास सेवा मंडल से आये सभी सदस्यों को जल संरक्षण के लिए बनी चाल-खाल, खंतियों के मॉडल का अवलोकन कराया और इसके प्रयोग की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जल संरक्षण की यह पारंपरिक विधि है, जिसके प्रयोग से हम अपने जल स्रोतों को पुनर्जीवन दे सकते हैं।
कार्यक्रम में नमामि गंगे के नोडल अधिकारी प्रो विक्रम वीर भारती ने महिलाओं के साथ वृक्षारोपण किया तथा महिलाओं के जल संरक्षण कार्य को नयी पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया। उन्होंने बताया कि समय-समय पर उनके महाविद्यालय रुद्रप्रयाग के छात्र-छात्राएं महिलाओं के जल एवं मिश्रित वन मॉडल से प्रक्षिणण ले रहे हैं तथा अपने-अपने गांव में यह प्रयोग शुरू कर रहे हैं। सामाजिक कार्यकर्ता जयकृत सिंह नेगी ने सभी अतिथियों का शॉल भेंट कर सम्मानित किया तथा मनरेगा विभाग का धन्यवाद अर्पित किया। जिनके कारण महिलाएं रोजगार से जुड़कर पर्यावरण संरक्षण कर रही है। कार्यक्रम में हिमाचल से आये शिक्षक गुजन शर्मा तथा रणदीप शर्मा ने महिलाओं के साथ वृक्षारोपण किया तथा महिलाओं के कार्यो की सराहना की। इस अवसर पर सभी महिलाओं ने प्रकृति के गीत गाकर चंदन के पौधों का रोपण किया। ग्राम पंचायत सरपंच मीनू देनी तथा ममता देवी ने केदारनाथ दास सेवा मंडल के सभी सदस्यों का धन्यवाद किया।
इस मौके पर ग्राम पंचायत सरपंच मीनू देवी, अनीता देवी, शकुम्बरी देवी, बीना देवी, रितिका, नेहा, लक्ष्मी, गुड्डी देवी, शकुंतला देवी, आयुष मौजूद थे।