ऋषिकेश। शहीद प्रदीप रावत की 5वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर उन्हें याद किया गया। वक्ताओं ने शहीदों से प्रेरणा लेने और देश की प्रगति के लिए कार्य करने का आह्वान किया। शनिवार को पुरानी चुंगी निकट परशुराम चौक में वीर अमर शहीद प्रदीप रावत की 5वीं पुण्यतिथि पर कार्यक्रम आयोजित हुआ।
कार्यक्रम में शहीद प्रदीप रावत के चित्र पर पुष्पांजलि कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। कबीना मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि शहीद प्रदीप रावत का 10 अक्तूबर 1990 को सैनिक कुंवर सिंह रावत के परिवार में हुआ। तीन बहनों के एकलौते भाई प्रदीप ने प्रारंभिक शिक्षा सरस्वती शिशु मंदिर से की। इसके बाद कक्षा छह से उन्होंने सरस्वती विद्या मंदिर आवास विकास तथा 12वीं की परीक्षा भरत मंदिर इंटर कॉलेज से उत्तीर्ण की। 19 मार्च 2010 में उन्होंने सेना में दाखिला पाया। 10 अक्तूबर 2013 को स्पेशल फ्रन्टियर फोर्स में उनका चयन हुआ। 02 अप्रैल 2017 में उनकी तैनाती उड़ी सेक्टर में हुई। इसके बाद 12 अगस्त 2018 को वह सीमा पर शहीद हो गए। हमें सदैव सैनिकों का सम्मान करना चाहिए। सैनिकों के योगदान को सदा स्मरण करना चाहिए, उन्हीं की वजह से हम अमन से रह पाते हैं। हम सभी को सैनिकों से प्रेरणा लेना चाहिए और अपने कार्य को देश की प्रगति में लगाना चाहिए।
मौके पर शहीद की माता उषा देवी, पिता कुंवर सिंह रावत, पत्नी नीलम, बेटी प्रतिष्ठा, बेटा प्रतीक, चाचा भगवान सिंह, वीर सिंह, बहनें अनिता, विनीता, सुषमा, मण्डल अध्यक्ष ऋषिकेश सुमित पंवार, जिला उपाध्यक्ष दिनेश सती, प्रतीक कालिया, प्यारे लाल जुगलान, सुरेन्द्र सिंह कैंतुरा, इंद्र कुमार गोदवानी, मेजर गोविंद सिंह रावत, गुलाब सिंह रावत, शम्भू पासवान, राजू नरसिम्हा, महिला मोर्चा मण्डल अध्यक्ष माधवी गुप्ता, रंजन अंथवाल, नितिन सक्सेना, भावना गौड़, सुधा असवाल, गोपाल सती, वीरेंद्र रमोला, जगावर सिंह आदि रहे।