विकासनगर। राजस्व और लोक निर्माण विभाग द्वारा त्यूणी क्षेत्र में अतिक्रमण हटाओ अभियान के नोटिस दिये जाने से क्षेत्र वासियों में आक्रोश पनप रहा है। प्रभावित गांव के लोगों लोनिवि अतिथि गृह में बैठक आयोजित कर चेतावनी दी है कि यदि ग्रामीणों के घरों अथवा संपति को उजाड़ने की कार्रवाई की जाती है तो पुरजोर विरोध कर आंदोलन किया जाएगा।
सोमवार को लोनिवि अतिथि गृह में त्यूणी गेट बाजार, नया बाजार, शिमला, गुतियाखाटल, अटाल, अणू, मैंदरथ, दारागाड़, कथियान आदि गांवों के लोगों ने एक बैठक की। त्यूणी-चकराता-मसूरी राष्ट्रीय राजमार्ग, जेपीआरआर राष्ट्रीय राजमार्ग, त्यूणी-मोरी राज्य सड़क, दारागाड-कथियान राज्य सड़क से प्रभावित परिवारों ने बैठक में तय किया कि सबसे पहले लोनिवि पुराने अभिलेखों लेकर कितनी-कितनी किस रोड में भूमि अधिग्रहण की गई, कितना भूमि का उस समय सड़क निर्माण के दौरान मुआवजा व रजिस्ट्री की गई। बुजुर्ग श्याम सिंह राणा व अजब सिंह राणा ने बताया त्यूणी-चकराता रोड 1965-66 बनीं। जेपीआरआर भी 1964-68 के बीच बनी। उस समय पांच से सात मीटर ही अधिग्रहण किया जाता था। आज लोनिवि, राजस्व विभाग बीस मीटर नाप रहा।
आरटीआई कार्यकर्ता मोहनलाल सेमवाल ने बताया लोनिवि से आरटीआई में जानकारी ली। उसमें सात मीटर से अधिकतम नौ मीटर सड़क दर्शाई गई। लोनिवि के साथ राजस्व विभाग की भी गलती से क्षेत्र वासियों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। 1986 में हुए बंदोबस्त की कुछ त्रुटि से सब परेशान हैं। राजस्व विभाग के अभिलेख मौके पर मिलान नहीं हो पा रहे। जिससे लोगों में राजस्व विभाग के प्रति भी आक्रोश व्याप्त है। अतिक्रमण चिन्हित भी चपेट में आने वाले परिवारों ने बैठक कर पांच सदस्यीय समिति गठित की। जिसमें लायक राम शर्मा, हरजीत सिंह राणा, कमल सिंह चौहान, बलबीर सिंह गुगुमल, अमीन को चुना गया। समिति शीघ्र ही एसडीएम, डीएम, विधायक, मंत्री से मिलकर अपना पक्ष रखेंगे और कानूनी राय भी लेंगे।
बैठक में अजब सिंह राणा, सूरत राम शर्मा, जयपाल सिंह पंवार, लायक राम शर्मा, जितेन्द्र मोहन शर्मा, शिव लाल पाण्डेय, गुगुमल, अमीन, कमल सिंह, बलबीर सिंह, राजेन्द्र सिंह, प्यारे लाल सेमवाल, सूरतराम सेमवाल, कृपाल राणा, बालक राम जिनाटा, भागमल, वचन सिंह, देवेंद्र उनियाल, रोशन लाल, अमर सिंह, नरेंद्र चौहान, खेम सिंह आदि लोग मौजूद रहे।