रामनगर। नैनीताल जिले के रामनगर वन प्रभाग के तराई पश्चिमी में वन भूमि में बसे कालू सिद्ध, नई बस्ती, पूछड़ी क्षेत्र से डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों को हटाने की कार्रवाई तेज हो गई है। आज वन विभाग की टीम ने मुनादी करवाई और लोगों को भूमि खाली करने को कहा गया। वहीं, वनाधिकारियों का कहना है कि पुलिस फोर्स मिलते ही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
रामनगर के पुछड़ी, नई बस्ती, कालू सिद्ध आदि क्षेत्र के ग्रामीणों को हटाए जाने के मामले में रामनगर वन विभाग तराई पश्चिमी के डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य ने कहना है कि 400 से 450 परिवारों ने अवैध तरीके से वन भूमि पर कब्जा किया हुआ है। करीब 90 हेक्टेयर भूमि पर अवैध तरीके से ये लोग कब्जा कर बैठे हुए हैं। उनकी ओर से 151 लोगों को बेदखली का आदेश पहले ही दिया जा चुका है। अब मुनादी की करवाई जा रही है।
उन्होंने बताया कि उनकी ओर से मुनादी के जरिए ग्रामीणों को खुद ही अपना अवैध तरीके से किया अतिक्रमण खाली करने को कहा जा रहा है। अगर वो अतिक्रमण या अवैध कब्जा नहीं हटाते हैं तो उनके घरों को खाली करने की कार्रवाई की जाएगी। जिसकी पूरी जिम्मेदारी ग्रामीणों की होगी। उन्होंने कहा कि पुलिस फोर्स के मिलते ही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
डीएफओ प्रकाश आर्य ने बताया कि 150 लोगों को उनकी ओर से भी नोटिस दिए गए हैं। जिनको अपना पक्ष रखने को कहा गया था, उन्हें दो नोटिस भेजे जा चुके हैं। अब तीसरे नोटिस के बाद उनके खिलाफ भी बेदखली के आदेश जारी किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में मुनादी के साथ ही वन आरक्षित क्षेत्र के बोर्ड भी लगा दिए गए हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि वो इस जमीन पर सालों से बसे हुए हैं। उन्हें यहां पर 50 सालों से ज्यादा का समय हो चुका है। उनके पास सारे कागजात यानी राशन कार्ड, आधार कार्ड, बिजली और पानी के दस्तावेज भी हैं, लेकिन वन विभाग उन्हें उजाड़ने का काम कर रहा है। इसके अलावा उन्होंने हटाए जाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी।