हरिद्वार। लक्सर के रामपुर रायघटी में जिला प्रशासन ने खनन का पट्टा स्वीकृत किया है। लेकिन गंगा नदी के उस छोर में जस्तर ज्यादा होने के कारण प्रत्येक वर्ष खनन वाहनों की नीलामी श्यामपुर छेत्र के चिड़ियापुर से होती है। वहीं गुरुवार से छेत्र में दो पोकलेन द्वारा खनन किया जा रहा था।
जिसका गैंडीखाता गुर्जर बस्ती के ग्रामीणों ने जमकर विरोध किया। इन लोगों कहना था कि जिस स्थान पर खनन किया जा रहा है, वह जमीनें किसानों की हैं। जिस स्थान पर खनन किया जब रहा था, वहां पहुंचे राकेश प्रताप मौर्य ने कहा कि यहां पर उनकी और अन्य की करीब 315 बीघा भूमि है। जिसे 2015 में शासन की ओर से नाप की गई थी, लेकिन कुछ बाहर से आए खनन कारोबारी उनकी जमीन में पोकलेन से खुदाई कर रहें हैं। इनका कहना था कि जब इसकी शिकायत संबंधित विभाग के अधिकारियों से को गई तो उसके बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हो पाई। कहा कि अगर उनकी जमीन में इसी प्रकार अवैध खनन होता है तो वो धरना देने से भी पीछे नहीं हटेंगे। जबकि मामले में जिला खान अधिकारी मो काजमी खान ने बताया कि खनन के लिए हदबंदी कर दी गई थी। विवाद की सूचना उनके पास भी पहुंची थी, मगर फिलहाल वो चुनाव ड्यूटी में व्यस्त होने के कारण मौके पर नहीं जा सके।
विरोध करने वालों में गुर्जर बिरादरी के अध्यक्ष रोशनदीन, बाबू खटाना, डालो खटाना, फरीद कसाना, मो आलम, गामी, शमशाद, इनाम और जाफर शामिल रहे।