रुड़क। ऊर्जा निगम के खिलाफ धरने के 12वें दिन किसानों ने जनप्रतिनिधियों पर अपना गुस्सा उतारा। वक्ताओं ने कहा कि किसान दिन रात सड़क पर आंदोलन करने पर मजबूर हैं और जनप्रतिनिधि और अफसर उनकी अनदेखी कर रहे है। उन्होंने लोकसभा चुनाव में इन नेताओं को सबक सिखाने की चेतावनी दी। ऊर्जा निगम गंगनौली बिजलीघर से खेड़़ी की निजी टायर फैक्ट्री तक नई एचटी लाइन बना रहा है। इसके पोल गंगनौली व खेड़ी के किसानों के खेत में लगे हैं। इसके मुआवजे के तौर पर फैक्ट्री में नौकरी देने की मांग को लेकर ये किसान 12 दिन से धरने पर बैठे हैं। धरने के कारण पोल पर तार खींचने का काम उसी दिन से ठप पड़ा है।
आरोप लगाया कि मामला बड़े उद्योगपति से जुड़ा है। इसलिए नेता किसानो की उपेक्षा कर रहे हैं। परंतु 2024 में उन्हें फिर वोट मांगने इन्हीं किसानों के पास आना है। तब किसान उन्हें आइना दिखाकर इसका सबक सिखाएंगे। किसानों ने कहा कि उनकी मांग पूरी होने के बाद ही धरना समाप्त होगा। धरने पर बाबू हुकम सिंह, धर्मवीर सिंह, दुष्यंत परमार, अमित चौधरी, संजय मेहकर, सुमित कमार, मोहित कुमार, अंकुर, हिमांशु, राहुल, पंकज, विकास, अजय चौधरी, बाबराम, निशांत सहित काफी किसान थे।