हरिद्वार। उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ के नेतृत्व में शुक्रवार को ऋषिकुल और गुरुकुल आयुर्वेदिक परिसर के कर्मचारियों ने विभिन्न मांगों को लेकर संपूर्ण कार्य बहिष्कार किया। कार्य बहिष्कार में फार्मासिस्ट के शामिल होने से मरीजों के लिए औषधि का भी वितरण नहीं हो पाया। शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ 23 अगस्त को विभिन्न मांगों को लेकर विश्वविद्यालय के उच्चाधिकारियों से वार्ता करेंगे।
शुक्रवार को उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय शिक्षेणत्तर कर्मचारी संघ के बैनर तले ऋषिकुल और आयुर्वेदिक परिसर के कर्मचारी मुख्यगेट के पास एकत्रित हुए। यहां पर कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सभी मांगें पूरी किए जाने की मांग की।
संघ पदाधिकारी मोहित मनोचा ने बताया कि सर्व सहमति से यह निर्णय लिया गया कि विभिन्न मांगों को लेकर उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय महासंघ व विश्व विद्यालय प्रशासन के मध्य 23 अगस्त को वार्ता की जाएगी। यह भी निर्णय लिया गया है कि यदि 23 अगस्त को होने जा रही बैठक में अथवा उससे पूर्व विश्व विद्यालय प्रशासन द्वारा कार्मिकों की मांगों के निस्तारण संबंधी ठोस निर्णय नहीं लेता है तो 24 अगस्त को सभी कार्मिक परिसरों में तालाबंदी करते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर देंगे। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।
संघ की उपाध्यक्ष सुनीता चंद्र तिवारी व चीफ फार्मासिस्ट यशोदा रतूड़ी ने कहा कि विवि की ओर से कर्मचारियों को समय से वेतन नहीं दिया जा रहा है, जिसके चलते कर्मचारियों को आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस अवसर पर लक्ष्मी उनियाल ने विचार रखे।