रुद्रपुर। सीटू ने रेलवे व ऊर्जा निगम के निजीकरण का विरोध करते हुए प्रदर्शन किया। मंडी में सीटू की बैठक में सरकार की नीतियों का विरोध किया गया। कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा।
शुक्रवार को सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन (सीटू) के जिला संयोजक जगदेव सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ता मंडी समिति परिसर पहुंचे। यहां उन्होंने रेलवे व ऊर्जा निगम के निजीकरण के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सांकेतिक धरना दिया। इसके बाद राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम तुषार सैनी को सौंपा।
ज्ञापन में सीटू कार्यकर्ताओं ने कहा कि भारत सरकार की ओर से रेलवे का निजीकरण करने से रेलवे का किराया 300 से 400 फीसदी बढ़ा दिया गया। इससे आमजन पर भारी वित्तीय भार पड़ रहा है। कहा कि सरकार की ओर से ऊर्जा निगम का भी निजीकरण किया जा रहा है। अन्य प्रतिष्ठानों को निजी हाथों में देकर जनता का शोषण करने का काम किया जा रहा है। कहा कि सरकार अब बिजली मीटर की जगह स्मार्ट मीटर (प्रीपेड मीटर) लगाने की योजना ला रही है। इससे बिजली उपभोक्ताओं पर अत्यधिक भार पड़ने का अंदेशा है। उन्होंने राष्ट्रपति से रेलवे व ऊर्जा निगम के निजीकरण पर रोक लगाने की मांग की।
इस दौरान आशिक अंसारी, अनीता, नरेंद्र, सूरज सिंह भंडारी, पीएन जोशी, ज्योति चंद, ऊषा रस्तोगी आदि रहे।