देहरादून। कांग्रेस ने हरिद्वार और नैनीताल-ऊधम सिंह नगर संसदीय सीटों के प्रत्याशी घोषित कर दिए। हरिद्वार से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के पुत्र वीरेंद्र रावत और नैनीताल-ऊधमसिंहनगर से कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय सचिव प्रकाश जोशी को टिकट दिया गया है।
कांग्रेस ने उत्तराखंड की पांच में से तीन संसदीय सीटों गढ़वाल, टिहरी और अल्मोड़ा के लिए गत 12 मार्च को प्रत्याशियों की घोषणा की थी। हरिद्वार और नैनीताल-ऊधमसिंहनगर की सीटों पर प्रत्याशियों के नाम पर सहमति नहीं बनने से पेच फंस गया था। पार्टी हाईकमान के हस्तक्षेप के बाद 11 दिन बाद यह मामला सुलझ सका। प्रत्याशियों के चयन विशेष रूप से हरिद्वार को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपनी बात मनवाने में सफल रहे। वह अपने पुत्र वीरेंद्र रावत के लिए टिकट की मांग कर रहे थे, जबकि पार्टी के वरिष्ठ नेता वर्तमान राजनीतिक चुनौती को देखते हुए हरीश रावत को मजबूत प्रत्याशी बताते रहे।
नैनीताल-ऊधमसिंहनगर सीट पर टिकट की दौड़ में बाजी आखिरकार पूर्व राष्ट्रीय सचिव प्रकाश जोशी के हाथ लगी। इस सीट पर दावेदारों की दौड़ में पूर्व सांसद महेंद्र सिंह पाल भी आगे माने जा रहे थे। बाद में प्रत्याशियों के संबंध में अंतिम निर्णय के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति ने राष्ट्रीय नेतृत्व के साथ विचार-विमर्श के बाद प्रकाश जोशी पर भरोसा जताया। विरेंद्र के राजनैतिक कॅरियर का यह पहला चुनाव है। हरीश रावत का लंबा अनुभव राजनीति में रहा है। उन्होंने पहले 2022 के विधानसभा चुनाव में हरिद्वार ग्रामीण सीट से बेटी अनुपमा रावत को टिकट दिलाया था, जो कि विधायक है। अब लोकसभा चुनाव में खुद मैदान में उतरने के बजाए बेटे विरेंद्र को टिकट दिला दिया है।
राजनीतिक गलियारों में ये कयास लगाए जा रहे हैं कि हरीश रावत ने अब अप्रत्यक्ष रूप से अपनी राजनैतिक पारी समाप्ति की घोषणा कर दी है क्योंकि आगामी विधानसभा चुनाव 2027 में होंगे जबकि लोकसभा चुनाव अब 2029 में होंगे और हरीश रावत 75 साल की उम्र पूरी कर चुके हैं।