लिवर कुछ प्रोटीन, कोलेस्ट्रॉल और हार्मोन सहित कई महत्वपूर्ण चीजें बनाता है, जो शरीर के लिए आवश्यक हैं। आजकल बाजार में लिवर डिटॉक्स के नाम पर कई चीजें आ गई हैं, लेकिन हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की कई स्टडीज में कहा गया है कि इनसे लिवर को कोई खास फायदा नहीं होता है। ऐसे में आइए आज हम आपको 5 ऐसे घरेलू नुस्खे बताते हैं, जिन्हें अपनाकर लीवर को प्राकृतिक रूप से डिटॉक्स किया जा सकता है।
ग्रीन टी पीएं
ग्रीन टी में कैटेचिन की अच्छी मात्रा होती है, जो लीवर को कई संक्रमणों से बचाने में मदद करती है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सिडेंट इस अंग की डिटॉक्स प्रक्रिया को बढ़ावा देते हैं, जिससे मुक्त कणों के कारण होने वाले संभावित खतरों को खत्म किया जा सकता है। लीवर की कार्यक्षमता को मजबूत करने के लिए रोजाना 1 या 2 कप ग्रीन टी का सेवन करें। यहां जानिए ग्रीन टी से मिलने वाले लाभ। हल्दी का करें उपयोग हल्दी एक बेहतरीन घरेलू मसाला है, जो लीवर को स्वस्थ रखने में मदद कर सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि रोजाना गर्म हल्दी वाला दूध पीने से लीवर को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है और इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट पित्त उत्पादन में सहायता करते हैं, जो वसा का निर्माण को रोकते हैं। आप चाहें तो सुबह के समय एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच हल्दी और एक चुटकी काली मिर्च मिलाकर उसका सेवन भी कर सकते हैं।
डाइट में शामिल करें ताजे फल और सब्जियां
लीवर स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि डाइट में 40 प्रतिशत तक ताजे फल और सब्जियां शामिल करना लीवर के लिए लाभदायक है।ये एंजाइमों से भरपूर होते है, जो पाचन में मदद करते हैं और विषाक्त पदार्थों को निकालने के लिए लीवर की क्षमता को बढ़ाते हैं। सबसे ज्यादा पालक, पत्तागोभी और खट्टे फल खाना लीवर के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। गाजर, चुकंदर और पालक के जूस का करें सेवनगाजर, चुकंदर और पालक प्राकृतिक रूप से लीवर क्लींजर हैं। गाजर बीटा-कैरोटीन से युक्त होती है, जो विटामिन-ए में परिवर्तित हो जाता है और लीवर के स्वास्थ्य में सुधार करता है। चुकंदर विषाक्त पदार्थों को तोड़ता है और लीवर को स्वस्थ बनाता है, जबकि पालक विषाक्त पदार्थों को हटाकर और इसकी समग्र क्षमता को बढ़ाकर लीवर को साफ करने के लिए पित्त उत्पादन को प्रोत्साहित करता है। ऐसे में तीनों सब्जियों का जूस बनाकर पीना लाभदायक है।
आंवला भी है प्रभावी
आंवला लीवर की प्रभावी रूप से कार्य में सहायता करता है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।कई अध्ययनों के मुताबिक, यह हाइपरलिपिडेमिया (बहुत अधिक वसा) और मेटाबोलिक सिंड्रोम को भी कम करता है।इसके अतिरिक्त यह गुण फैटी लीवर से भी बचाता है, इसलिए आंवला इस स्थिति से जूझ रहे लोगों के लिए सबसे बेहतरीन है।आप अपने लीवर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए रोजाना आंवले का जूस पी सकते हैं।