रुड़की। झबरेड़ा थाना पुलिस ने दरोगा द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर की गई नेत्रहीन मां और उसके बेटे की हत्या के मामले में महिला का शव गंगनहर से बरामद कर लिया गया है। हालांकि पुलिस महिला के बेटे का शव पहले ही नाले से बरामद कर चुकी थी। इस मामले में हत्या के मामले में पुलिस द्वारा दरोगा समेत उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
रुड़की के झबरेड़ा थाना क्षेत्र में बीती 14 फरवरी को एक 16 वर्षीय किशोर का शव नाले में पड़ा हुआ मिला। किशोर की शिनाख्त नरेंद्र निवासी कांठ जिला मुरादाबाद निवासी नेत्रहीन महिला ममता के बेटे के रूप में हुई थी और महिला लापता थी। वहीं जब इस मामले में पुलिस ने गहनता से जांच पड़ताल की तो जांच में सामने आया कि रोशनाबाद पुलिस लाइन में तैनात हेड कांस्टेबल छुन्ना सिंह निवासी गांव राठा, थाना अछला जिला औरैया उत्तर प्रदेश का नाम हत्याकांड में सामने आया था। इसके बाद पुलिस टीम ने हेड कांस्टेबल को हिरासत में लिया और गहनता से पूछताछ की गई। पुलिस की पूछताछ में हेड कांस्टेबल ने बताया था कि ममता ने अपने हिस्से की खेती और घर की जमीन 20 लाख रुपये में बेची थी और महिला उसकी परिचित थी। महिला रोशनाबाद में अपने बेटे के साथ रह रही थी।
वहीं पूछताछ के दौरान हेड कांस्टेबल ने ये भी बताया कि महिला रोशनाबाद का घर बेचकर झबरेड़ा में शिफ्ट होना चाह रही थी। 20 लाख रुपये के लालच में आकर उसने किशोर और उसकी मां की हत्या कर दी थी और किशोर का शव नाले में फेंक दिया था और महिला के शव को गंगनहर में फेंक दिया था।
वहीं पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया था कि हत्या में उसके दोस्त विनोद काला निवासी सराय, थाना ज्वालापुर, शहजाद निवासी अकबरपुर झोझा भी शामिल थे। वहीं पुलिस टीम ने दोनों आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया था और बीते दिन हरिद्वार एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने मां-बेटे की हत्या का खुलासा हरिद्वार में किया था। वहीं खुलासे के बाद से ही पुलिस महिला के शव की तलाश में जुटी हुई थी।