देहरादून। विधासभा सत्र के दूसरे दिन सदन में मुख्यमंत्री धामी ने समान नागरिक संहिता को पेश किया। कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने मीडिया से बात करते हुए जानकारी दी कि आज का दिन उत्तराखंड के लिए बड़ा ही ऐतिहासिक है।उत्तराखंड समान नागरिक संहिता लागू करने वाला देश का पहला राज्य बना है।
इसके तहत पुरुष और महिला नागरिकों को बराबर श्रेणी में रखा गया है।दोनों के अधिकार एक समान रखे गए हैं।साथ ही कुछ ऐसे अधिकार जिनके तहत महिलाओं के अधिकारों का हनन होता था वह भी सुरक्षित होंगे।जानकारी देते हुए बताया कि आज भी हमारे समाज मे बहु विवाह प्रथा, बाल विवाह, मौखिक तलाक सहित कई अन्य प्रथाएं प्रचलित हैं।कहीं ना कहीं समान नागरिक संहिता से अब सभी के हित सुरक्षित होंगे। समान नागरिक संहिता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के विजन एक भारत, श्रेष्ठ भारत के तहत उत्तराखंड के लिए मजबूत आधार स्तम्भ का कार्य करेगा।समान नागरिक संहिता से अब देवभूमि में देवियों के अधिकार सुरक्षित होंगे।