उत्तरकाशी। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सिलक्यारा पहुंचे। उन्होंने सुरंग में चल रहे राहत एवं बचाव कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया। साथ ही उन्होंने रेस्क्यू की हर संभावनाओं को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की।मुख्य सचिव एस एस संधू भी उनके साथ मौजूद रहे।
केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का कहना है पिछले 7-8 दिनों से हम पीड़ितों को बचाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं। उन्हें जल्द से जल्द बाहर निकालना उत्तराखंड सरकार और भारत सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने यहां काम करने वाले संबंधित अधिकारियों के साथ घंटे भर बैठक की है। उन्होंने कहा कि हम छह वैकल्पिक विकल्पों पर काम कर रहे हैं।भारत सरकार की विभिन्न एजेंसियां यहां काम कर रही हैं। पीएमओ से भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सुरंग विशेषज्ञों और बीआरओ अधिकारियों को भी बुलाया गया है।
रोबोट का लिया जाएगा सहारा: उत्तराखंड के जिले उत्तरकाशी की सिलक्यारा निर्माणाधीन टनल में फंसे श्रमिकों को अब बाहर निकालने के लिए रोबोट का सहारा लिया जाएगा। आपदा सचिव डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन में अब रोबोट की मदद ली जाएगी।
ये है घटनाक्रम: गौरतलब है कि जनपद उत्तरकाशी के यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरासू एवं बड़कोट के मध्य सिल्क्यारा के समीप लगभग 4531 मीटर लम्बी सुरंग का निर्माण हो रहा है। इसमें सिल्क्यारा की तरफ से 2340 मीटर तथा बड़कोट की तरफ से 1600 मीटर निर्माण हो चुका है। इसमें 12 नवम्बर 2023 की सुबह सिल्क्यारा की तरफ से लगभग 270 मीटर अन्दर लगभग 30 मीटर क्षेत्र में ऊपर से मलबा सुरंग में गिर गया था। इसमें 41 व्यक्ति फँस गए। उसी दिन से श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान चल रहा है।