चमोली। दशकों से लटकी दिवालीखाल-किमोली सड़क का निर्माण अब जल्द होने की उम्मीद बन गई है। करीब आठ किमी लंबी इस सड़क से पिंडर घाटी का नारायणबगड़ क्षेत्र सीधे ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण से जुड़ सकेगा।
कर्णप्रयाग के विधायक अनिल नौटियाल ने बताया कि ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण के पास दिवालीखाल से नारायणबगड़ ब्लाक के किमोली तक दशकों पहले सड़क की स्वीकृति मिली थी। लेकिन ग्रामीणों की लगातार मांग के बावजूद इस सड़क का निर्माण नहीं हो पाया। आधी अधूरी बनी इस सड़क से थराली विधानसभा के नारायणबगड़ ब्लाक के कर्णप्रयाग विधानसभा में गैरसैंण ब्लाक के गांवों को आवागमन करने के लिए अब तक 60 किमी से अधिक दूरी तय करनी पड़ती थी। लेकिन इस सड़क बनने के बाद ग्रामीण महज 8 से 20 किमी दूरी तय करनी पड़ेगी। यही नहीं ग्रामीणों को ग्रीष्मकालीन राजधानी पहुंचने के लिए महज ग्यारह किमी की दूरी तयह करनी पड़ेगी।
विधायक नौटियाल ने कहा कि विधानसभा में लंबित सहित नई सड़कों को स्वीकृत करने का लगातार काम किया जा रहा है। जिससे हर गांव तक स्वरोजगार सहित केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाएं आसानी से पहुंच सके। यही नहीं गांवों में पलायन रोकने की तमाम योजनाएं सरकार लागू कर रही है।
सड़क की स्वीकृति पर जिपंस विनोद नेगी, विजय चमोला, नवीन बहुगुणा, देवेंद्र नेगी, नगर मंडल अध्यक्ष सुभाष चमोली, चेतन मनोड़ी, हेमंत सेमवाल, आलम सिंह, धीरेंद्र भंडारी, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य समीर मिश्रा आदि ने सरकार और विधायक अनिल नौटियाल का आभार जताया है।