विकासनगर। पर्वतीय राजस्व निरीक्षक, उपनिरीक्षक एवं राजस्व सेवक संघ देहरादून ने जिलाधिकारी देहरादून को अपनी विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन प्रेषित किया है। ज्ञापन में संघ ने कहा कि उनकी लंबित मांगों के संबंध में कई बार निस्तारण करने की मांग की गयी है। लेकिन अब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया है। जिससे संघ में आक्रोश पनपता जा रहा है। संघ ने तत्काल उनकी मांगों को पूरा करने की मांग की है।
ज्ञापन में संघ ने कहा कि छह अप्रैल को त्यूणी में हुई अग्निकांड के समय राजस्व उपनिरीक्षक अवकाश पर थे। उनकी जगह अन्य राजस्व उपनिरीक्षकों ने राहत बचाव का कार्य संभाला। उसके बावजूद श्याम सिंह तोमर घटना स्थल पर पहुंचे और राहत बचाव कार्य किया। लेकिन श्याम सिंह तोमर को बेवजह निलंबित किया गया है। उनका निलंबन वापस करने की लगातार मांग की जा रही है। लेकिन चार माह बाद भी श्याम सिंह तोमर का निलंबन वापस नहीं लिया गया।
बताया कि दो राजस्व उपनिरीक्षकों को कालसी से देहरादून सदर तहसील में सबंद्ध किया गया। बताया कि तहसील कालसी, चकराता व त्यूणी में राजस्व उपनिरीक्षकों के नौ पद खाली हैं। कार्य की अधिकता को देखते हुए राजस्व उपनिरीक्षकों की संबद्धता को निरस्त किया जाय। ज्ञापन में कहा कि पांच वर्ष से अधिक एक तहसील में काम करने वाले राजस्व उपनिरीक्षक का स्थानांतरण किया जाना है। लेकिन पांच साल से अधिक समय तक एक तहसील में जमे रहने वालों के स्थानांतरण के बजाय पांच वर्ष से कम समय तक तहसील में काम करने वालों का स्थानांतरण किया जा रहा है। जिसे नहीं किया जाना चाहिए। राजस्व उपनिरीक्षक चौकी साहिया को पुलिस चौकी के लिए दिया गया है। ऐसे में पुलिस से उक्त राजस्व उपनिरीक्षक चौकी को वापस लिया जाय। संघ ने कहा कि उनकी मांगों तत्काल पूरा किया जाय। अन्यथा उन्हे धरना प्रदर्शन व कलमबंद हडताल के लिए बाध्य होना पडेगा।
ज्ञापन प्रेषित करने वालों में संरक्षक भीमदत्त जोशी, अध्यक्ष जयलाल शर्मा, सचिव एमएल जिनाटा, सुरेश चंद जिनाटा, साधूसिंह चौहान, रतीराम, रोशनलाल शर्मा, त्रेपनसिंह, गीता देवी, मंतीदेवी, सुगंधा बिष्ट, शिवानी नेगी, मीनाक्षी शाह, देवेंद्र सिंह रावत, मनोज कुमार, जयकृष्ण, दीपक कौशल, गौरव, चतर सिंह चौहान अनिल, कमलेश आदि शामिल रहे।