देहरादून। वसंत विहार क्षेत्र के मोहित नगर में उरेडा की एकाउंटेंट को बंधक बनाकर हुई लूट का पुलिस ने 24 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया। आरोपी घटना से तीन दिन पहले ही जेल से छूटकर आया था। जेल से निकलने के बाद कोई वारिस नहीं था। खर्च चलाने के लिए सहारा न होने पर उसने महिला के घर जाकर चाकू के बल पर लूट की वारदात को अंजाम दिया। आरोपी को गिरफ्तार कर पुलिस ने उससे लूटे गए 30 हजार रुपये और करीब सवा सात लाख रुपये के गहने बरामद किए हैं।
एसएसपी अजय सिंह ने बुधवार को घटना खुलासे की जानकारी दी। वसंत विहार थाना क्षेत्र के मोहित नगर में नम्रता वोहरा का घर है। पति की मौत हो चुकी है, जबकि दोनों बच्चे राज्य से बाहर रहते हैं। वह उरेडा में एकाउंटेंट के पद नौकरी करती हैं। वह बीते सोमवार रात अपने बेडरूम में सो रही थी। रात करीब पौन एक बजे बाथरूम गई और वापस आकर अपने बेड पर लेटी। तभी एक लुटेरा आया, उसने उनके गले पर चाकू लगा दिया। महिला को चाकू की नोंक पर लेकर घर से सवा सात लाख रुपये के सोने गहने और करीब पचास हजार रुपये नगदी लूट ली। इसके बाद आरोपी दीवार कूदकर फरार हो गया था। पुलिस ने मंगलवार सुबह केस दर्ज कर जांच शुरू की।
एसएसपी ने बताया कि घटनास्थल के आसपास चार किमी दायरे में लगे लगभग 250 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे गए। साथ ही क्षेत्र से पूर्व में अपराधिक मामलों में जेल गए 150 अपराधियों का डाटा खंगाला गया। इस दौरान पता लगा कि अंकित ठाकुर उर्फ गटर (29) निवासी शास्त्रीनगर खाल, इंदिरानगर पूर्व में चोरी और नशा तस्करी में जेल जा चुका है वह वारदात से चार दिन पहले ही जेल से छूटकर आया। आरोपी के शास्त्रीनगर खाला में रहने वाले चाचा से पूछा तो बताया कि दो अक्तूबर को उनकी गैर मौजूदगी में घर आया था। नहाने के बाद अपने कपड़े बदलकर चला गया। जाते समय आर्थिक तंगी की बात कही थी। पुलिस ने आरोपी को बुधवार सुबह काली मंदिर के पास से टी एस्टेट जाने वाले रास्ते से गिरफ्तार किया। उसे लूटे गए गहने, तीस हजार रुपये नगदी और वारदात में प्रयुक्त चाकू बरामद हुआ। आरोपी के खिलाफ वसंत विहार थाने में छह और ऋषिकेश थाने में एक केस दर्ज हैं। पिछले साल ऋषिकेश पुलिस ने 27 जुलाई को आरोपी को गिरफ्तार किया था। इसके बाद गैंगस्टर का केस लगा तो वह जेल में बंद था। वारदात से तीन दिन पहले वह जेल से छूटकर आया था।
एसपी सिटी सरिता डोबाल ने बताया कि आरोपी ने लूट की रकम में पांच हजार रुपये अपने नशे के शौक और खाने-पीने में खर्च किए। घटना का खुलासा करने वाली टीम को एसएसपी ने दस हजार रुपये का इनाम दिए जाने की घोषणा की।