देहरादून। मर्चेंट नेवी में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 4.20 लाख रुपये ठग लिए गए। आरोपी ने पीड़ित के एक दोस्त की फोटो व्हाट्सएप डीपी पर लगाकर बात की थी। झांसे में आकर उसने दो युवकों की नौकरी लगवाने के नाम पर यह रकम आरोपी के खाते में जमा कर दी। जब उससे रुपये वापस मांगे तो पीड़ित को जान से मारने की धमकी दी गई। कैंट थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
इंस्पेक्टर कैंट संपूर्णानंद गैरोला ने बताया कि ठगी को लेकर पवन कुमार गुरुंग ने तहरीर दी। पवन कुमार जहाज पर काम करते हैं। वह प्लेसमेंट एजेंसी भी चलाते हैं। पवन की मुलाकात चार साल पहले सचिन नाम के मर्चेंट नेवी के कर्मचारी से जहाज पर हुई थी। एक दिन सचिन ने फेसबुक मैसेंजर से मैसेज भेजकर व्हाट्सएप नंबर मांगा। पवन ने अपना नंबर दे दिया। कुछ दिन बाद एक नंबर से व्हाट्सएप पर मैसेज आया। इस नंबर की डीपी पर सचिन का फोटो लगा था। यह सोचकर कि नंबर सचिन का है वह उससे बात करते रहे। एक दिन उसने दो युवकों की मर्चेंट नेवी में नौकरी लगाने की बात कही। उसकी बातों में विश्वास कर पवन कुमार ने दो युवकों को तैयार कर लिया। इसके लिए शैक्षिक प्रमाण पत्र आदि भी मंगवाए। नौकरी के लिए कुल सात लाख रुपये में बात हुई। दोनों के मेडिकल प्रमाणपत्र भी व्हाट्सएप पर भेज दिए गए। कुछ दिन बाद इस नंबर से पवन कुमार को दोनों युवकों के कॉल लेटर भी भेज दिए गए। इसकी एवज में कुल 4.20 लाख रुपये विभिन्न खातों में जमा करा दिए गए। तय स्थान पर नौकरी को गए तो लैटर फर्जी निकले। जब नौकरी नहीं लगी तो उन्होंने अपने दोस्त सचिन से संपर्क किया। सचिन से पता चला कि वह नंबर तो उसका है ही नहीं। पवन कुमार ने अपने पैसे वापस मांगे तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई।
एसएचओ ने बताया कि साइबर थाने की जांच के बाद मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।