ऋषिकेश। ऋषिकेश में शराब के डिपार्टमेंटल स्टोर को लेकर विरोध बढ़ता जा रहा है। विभिन्न धार्मिक व अन्य संगठन डिपार्टमेंटल स्टोर के विरोध में मुखर हो गए हैं। सरकार पर देवभूमि उत्तराखंड में नशे को बढ़ावा देने और प्रदेश की छवि धूमिल करने का आरोप लगाया। उन्होंने देवभूमि में शराब के डिपार्टमेंटल स्टोर के आवंटन को रद्द करने की मांग की।
शुक्रवार को उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्ताओं ने तहसील में प्रदर्शन किया। तत्पश्चात एसडीएम के माध्यम से सीएम पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन भेजा। केंद्रीय महामंत्री मोहन सिंह असवाल ने कहा कि नशे के बढ़ते कारोबार से उत्तराखंड की संस्कृति सभ्यता, दिव्यता, समाज व युवा पीढ़ी पर बहुत ही नकारात्मक असर पड़ रहा है। नशे की लत से हजारों घर बर्बाद हो रहे हैं, हजारों मातृशक्ति के साथ दुर्व्यवहार के साथ अप्रिय घटनाएं हो रही हैं। नशे की लत के चलते युवा वर्ग अपने खेत, मकान, दुकान व घर का सामान तक बेचने को मजबूर हैं। इन सामानों को बेच वह नशे के लत को पूरा कर रहे हैं। कहा कि धर्मनगरी ऋषिकेश में एक साथ पांच लाइसेंस शराब विक्रय केंद्र के आवंटित कर दिए गए हैं। जो समाज हित में उचित नहीं है। उत्तराखंड धर्मनगरी व देवनगरी है, लेकिन पर्यटन के नाम पर मौज मस्ती का अड्डा बनता जा रहा है। उन्होंने उग्र आंदोलन की चेतावनी देते हुए शराब विक्रय केंद्र के आवंटन को निरस्त करने की मांग की।
ज्ञापन देने वालों में नगर अध्यक्ष वीडी नौटियाल, देवराम सेमवाल, पुष्पा नेगी, शकुंतला कलूड़ा, दीपक चौहान, रामेश्वरी, रुचि नौटियाल, सुशील कुड़ियाल, रविंदर कौर, विमला कुड़ियाल, महेश, काकू सेमवाल, भारत सिंह रावत, सेवक सिंह राणा, शांति प्रसाद, शांति देवी, केडी जोशी, लक्ष्मण राणा आदि उपस्थित रहे।
उत्तराखंड जन विकास मंच के सदस्यों ने एसडीएम के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजा। मंच के अध्यक्ष आशुतोष शर्मा ने कहा कि देवनगरी ऋषिकेश में शराब के डिपार्टमेंटल स्टोर खोले जाने से क्षेत्र की छवि धूमिल हो रही है। ऋषिकेश मठ, मंदिर, धर्मशाला व धार्मिक गतिविधियों के लिए जाना जाता है। यह ऋषिमुनियों की भूमि है। ऋषिकेश चारधाम का मुख्य द्वार है। इसलिए शराब के डिपार्टमेंटल स्टोर को निरस्त किया जाए।
मौके पर प्रमोद नौटियाल, गणेश बिजल्वाण, रजत कालरा, प्रवीन थपलियाल आदि रहे। उधर, गंगा सेवा रक्षा दल के अध्यक्ष पंडित नरेंद्र शर्मा ने सह नगर आयुक्त रमेश सिंह रावत को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने देवभूमि ऋषिकेश में शराब के डिपार्टमेंट स्टोर को निरस्त करने की मांग की।