विकासनगर। क्षतिग्रस्त साहिया-समाल्टा मार्ग पर यातायात ठप होने के बाद कोई कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं किए जाने पर प्रभावित गांवों के लोगों का गुस्सा शनिवार को फूट पड़ा। आक्रोशित लोगों ने लामबंद होकर साहिया-समाल्टा मार्ग पर प्रदर्शन किया। इस दौरान लोगों ने पुतला फूंक कर अपने गुस्से का इजहार भी किया। प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना था कि मार्ग बंद होने के कारण बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। हॉस्पिटल जाने तक लोगों को कोई मार्ग नहीं बचा है, लेकिन प्रशासन की ओर से आवाजाही शुरू करने के लिए अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं, जिसके चलते सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करना पड़ रहा है।
पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कमलेश भट्ट के नेतृत्व में आक्रोशित ग्रामीणों ने साहिया-समाल्टा मार्ग पर प्रदर्शन कर शासन-प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने शासन-प्रशासन पर उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि शासन-प्रशासन लोगों की समस्या से बेपरवाह बना है। कमलेश भट्ट ने कहा कि विभिन्न जिम्मेदार विभागों से लेकर शासन-प्रशासन का कोई अधिकारी, मंत्री अब तक क्षेत्र की समस्याओं को देखने तक नहीं आया। कहा कि जनता के सामने संकट गहरा हो गया है, लेकिन समस्या के समाधान के कोई प्रयास नहीं किये जा रहे हैं।
कहा कि आपदा के इस दौर मे क्षेत्र के नेताओं और जनता के प्रतिनिधियों को जनता के बीच होना चाहिए, लेकिन कोई भी इस आपदा में जनता की सुध नहीं ले रहा है। कहा कि सबंधित विभागों के अधिकारियों को फोन पर सूचना देने के बावजूद कोई आपदा स्थल पर नहीं पहुंचा है। कहा कि एक तरफ सरकार जनता के द्वार होने का दावा करती है। दूसरी तरफ आपदा के दौरान सरकार के प्रतिनिधि तो दूर जिम्मेदार विभागों के सरकारी अधिकारी तक मौके पर नहीं पहुंच रहे हैं, जिससे जनता की समस्याओं का निराकरण नहीं हो पा रहा है। कहा कि पंचास से अधिक गांवों के लोग आज अपने घरों में कैद हैं लेकिन उनकी कोई सुध लेने को तैयार नहीं है।
प्रदर्शनकारियों में राजेंद्र चौहान, कुंदन चौहान, संजय शर्मा, सौरभ चौहान, मनोज राठौर, नरेश राठौर, कपिल, अर्जुन राठौर, कांति चौहान, मुकेश वर्मा, अवधेश तोमर, संजय सिंह चौहान, अरुण तोमर, ,मुन्ना राम आदि शामिल रहे।