कोटद्वार। पूर्व सैनिक संघर्ष समिति के पदाधिकारियों व सदस्यों ने प्रदेश सरकार से कोटद्वार विधान सभा के क्षतिग्रस्त पुलों की मरम्मत करने व आपदा प्रभावितों की सुध लेने की मांग की है। इस संबध में समिति पदाधिकारियों ने उपजिलाधिकारी के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया है।
ज्ञापन में कहा गया है कि क्षेत्र की नदियों में खनन नीति में किए गए बदलाव के अंतर्गत भारी मशीनें उतार दी गई। इन मशीनों की मदद से नदियों में खनन के नाम पर 20 फुट गड्ढे कर पुलों के पिलरों को क्षतिग्रस्त करने की नीव रख दी गई। इस कारण क्षेत्र के सभी पुलों के पिलरों के प्लेटफार्म खोखले हो चुके हैं और मालन नदी पर बना पुल ध्वस्त हो गया। बाढ़ सुरक्षा कार्यों में कोताही बरतने के कारण नदियों का रूख गांवों की ओर हुआ और नदी नालों का पानी लोगों के घरों में घुस गया। इस कारण लोगों को अन्यत्र शरण लेनी पड़ी।
ज्ञापन में मुख्यमंत्री से कोटद्वार विधान सभा के समस्त पुलों की अविलंब मरम्मत कराने और आपदा प्रभावितों को उचित मुआवजा देने की मांग की गई है।
ज्ञापन प्रेषित करने वालों में समिति अध्यक्ष महेंद्र पाल सिंह रावत, प्रमोद रावत, सुभाष कुकरेती, ठाकुर सिंह, मेहरबान सिंह, सुरेश नेगी, मदन सिंह, बलवान सिंह और गोपाल सिंह सहि अन्य पूर्व सैनिक शामिल रहे।