ऋषिकेश।अतिवर्षा और बाढ़ के बाद अब भी ग्रामीणों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं। बाढ़ के साथ बहकर आये खतरनाक जलीयजीव और वन्यजीवों की आमद से ग्रामीण भयभीत हैं।
श्यामपुर ग्राम सभा के नम्बरदार फार्म गली नम्बर 13 में आज सुबह विक्रम सिंह चौहान के घर आँगन में एक विशाल काय अजगर घुस आने से सभी लोग भयभीत होकर छत पर चढ़ गए लोगों में अफरातफरी मच गई।शोर और ग्रामीणों की हलचल से विशालकाय अजगर आँगन में खड़े कटहल के पेड़ पर चढ़ गया।सूचना पर जैवविविधता समिति के अध्यक्ष पर्यावरण सचेतक विनोद जुगलान मौके पर पहुँचे, तब तक यहाँ लोगों की भीड़ लग चुकी थी। ऐसे में अजगर को रेस्क्यू करना खतरनाक था,कारण वह किसी के भी ऊपर गिर सकता था।
स्थानीय युवा भूमि लाल की मदद से सीढ़ी लगाकर वनकर्मी कमल राजपूत को पेड़ पर चढ़ना पड़ा। अजगर ने भी एक पेड़ से दूसरे पेड़ पर रेंगता रहा।बड़ी मुश्किल के बाद रेस्क्युकर्मी कमल राजपूत ने अजगर को नीचे गिराने और पर्यावरण विद विनोद जुगलान ने अजगर को पकड़ने में सफलता हासिल की। अजगर पकड़ते ही स्थानीयों ने राहत की सांस ली। रेस्क्यू दल ने अजगर को पकड़ कर घने जंगल में छोड़कर आजाद किया।
वन्यजीव प्रेमी छायाकार अखिल भण्डारी का कहना है कि बाढ़ से जनजीवन तो प्रभावित हुआ ही है साथ ही जलीय जीवों का जीवन भी संकट में है।वे भूख के कारण विचरण करते हुए आबादी में घुस रहे। लोगों को सचेत रहने की आवश्यकता है।
उधर दूसरी ओर खदरी में बीती रात जँगली हाथी आ धमका। स्थानीय मोहन सिंह रावत ने बताया कि जंगली हाथी की सूचना वनविभाग को देनी चाही तो सम्बन्धित अनुभाग अधिकारी चन्द्र कांत भट्ट का फोन बन्द आ रहा था। आधी रात को पर्यावरण सचेतक विनोद जुगलान ने पटाखे फोड़कर स्थानीय किसानों के सहयोग से हाथी को खेत से बाहर निकाला।
अजगर रेस्क्यू करते समय विजय जेठूड़ी, राय सिंह भण्डारी, वनकर्मी कमल सिंह राजपूत, लक्ष्मण प्रसाद, दिनेश पँवार, विक्रम सिंह, धर्म सिंह, ज्ञान सिंह चौहान, शूरवीर सिंह जेठूड़ी, हिमान्शु भट्ट, जगदीश प्रसाद, माया राम पेटवाल, भूमि लाल, रामा नन्द चमोली, गीता देवी चौहान, पाना देवी, जगदंबा देवी, पिंकी देवी, सुधा देवी,रिंकी देवी, सावित्री देवी, बिशनी देवी सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।