अल्मोड़ा। ग्रामीण समाज कल्याण समिति (ग्रास) अल्मोड़ा की नाबार्ड द्वारा वित्त पोषित 15 दिवसीय लघु उद्यमिता विकास कार्यक्रम का समापन जिला विकास प्रबन्धक गिरीश चन्द्र पन्त (डीडीएम नाबार्ड) ने किया। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा लघु उद्यमिता विकास कार्यक्रम महिलाओं का रोजगार परक कार्यक्रम है जिसमें पलायन को रोकना मुख्य उद्देश्य है। ग्रास संस्था द्वारा जूट बैग निर्माण प्रशिक्षण इत्यादि इन 30 महिलाओं के लिये रोजगार परक कार्यक्रम होगा। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि जिला सहकारी बैंक दीनदयाल योजना के अन्तर्गत समूहों को 05 लाख का ऋण 0% ब्याज पर दे रही है।
गोपाल सिंह चौहान अध्यक्ष ग्रास ने कहा कि संस्था द्वारा लघु उद्यमिता विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत जैसे मोमबत्ती बनाना, जूट बैग, फल संरक्षण, कुमाऊँनी ऐपण एवं पेंटिंग आदि के प्रशिक्षण दिये गये हैं। जिसमें काफी महिलाएं स्वरोजगार स्थापित कर कार्य कर रही हैं। जूट बैग निर्माण हेतु संस्था द्वारा कच्चा माल एवं मशीनों की व्यवस्था भी की जाएगी। समापन में जिला विकास प्रबन्धक, नाबार्ड, संस्था अध्यक्ष द्वारा महिलाओं को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
समापन कार्यक्रम में प्रशिक्षक मुन्नी बोरा, निदेशक भूपेन्द्र चौहान, टीआई काउंसलर हरीश चन्द्र पाठक, आनन्दी भट्ट, प्रभा कनवाल, कमला भण्डारी, गीता जीना, जानकी चौहान, प्रेमा कनवाल आदि ने अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का संचालन आनन्दी भट्ट ने किया।