देहरादून रजिस्ट्री घपले में एसआईटी ने कूटरचित दस्तावेज तैयार कर उनपर जाली हस्ताक्षर करने वाले एक फोरेंसिक एक्सपर्ट को गिरफ्तार किया है। आरोपी एक दस्तावेज बनाने के एक लाख और जाली हस्ताक्षर करने के 25 हजार रुपये तक लेता था। मुख्य आरोपी केपी सिंह ने उसके खाते में लाखों रुपये जमा कराए।
एसएसपी अजय सिंह ने शनिवार को उसका खुलासा किया। उन्होंने बताया कि मामले में अभी तक 13 लोगों की गिरफ्तार हो चुकी है। शुक्रवार के साक्ष्यों के आधार पर अजय मोहन पालीवाल पुत्र मनमोहन पालीवाल निवासी आदर्श नगर मुजफ्फरनगर यूपी को गिरफ्तार किया गया है। वो देहरादून में ऋषि विहार थाना बसंत विहार में रहता है।
एसएसपी ने बताया कि आरोपी पालीवाला फोरेंसिक साइंस से एमएससी है। साथ ही हस्ताक्षर और हस्तलेख विशेषज्ञ है। केपी सिंह और उसके साथियों की ओर से फर्जी दस्तावेज बनाने में आरोपी की अहम भूमिका है। आरोपी से पूछताछ में करीब छह और रजिस्ट्रियों में फर्जीवाड़े का पता चला है। उनके साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।
एसएसपी ने बताया कि मामले में अभी और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है।